प्रणव प्राणायाम सभी प्राणायाम करने के बाद अपना ध्यान सांस पर केंद्रित करने के लिए किया जाता है। शुरुआत में सांस का घर्ष…
प्रक्रिया : सुखासन,सिद्धासन,पद्मासन,वज्रासन में बैठें। लंबी सांस धीरे से लें, और ओउम का जाप करें । सांस को अन्दर औ…
प्राणायाम कई प्रकार से किए जाते हैं। लेकिन, सांस संबंधी विकारों को दूर करने में भ्रामरी प्राणायाम खास लाभदायक होता है।…
कपालभाती प्राणायाम एक प्रकार का श्वास व्यायाम है जो आपको विभिन्न बीमारियों से छुटकारा पाने मे मदद करता है। कपालभाती प्…
प्रक्रिया : ठुडी को गले से लगा दे, पेट के नीचे बन्द लगा दे और साँस बाहर छोडकर पेट को अन्दर रीढ की हड्डी से चिपका दे,…
भस्त्रिका का शब्दिक अर्थ है धौंकनी अर्थात एक ऐसा प्राणायाम जिसमें लोहार की धौंकनी की तरह आवाज करते हुए वेगपूर्वक शुद…
योग के आठ अंगों में से चौथा अंग है प्राणायाम। प्राण+आयाम से प्राणायाम शब्द बनता है। प्राण का अर्थ जीवात्मा माना जाता ह…